Aaj ka Anmol Vichar
"शक्कर को चाहे -
अंधेरे में खाएं या उजाले में - मुँह मीठा ही होता है.
उसी प्रकार -
अच्छे कर्मों को हम अनजाने में भी करें - तो भी उसका फल मीठा ही होगा।
जीवन में हम सभी को अच्छे कर्म करते रहने चाहिए क्योंकि कर्मों का फल ही हम लोगों को भुगतना पड़ता है
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