"दुसरे का अपराध सहनकर अपराधी पर उपकार करना, यह क्षमा का गुण पृथ्वी से सीखना और पृथ्वी पर सदा परोपकार रत रहने वाले पर्वत और वृक्षों से परोपकार की दक्षता लेना" भगवान श्री कृष्ण *********************आदरणीय जगदीशभाई चौधरीजी आपका सुवागत है “आज का आगरा” ब्लॉग परिवार में शामिल होने पर और अगर आप भी “आज का आगरा” ब्लॉग परिवार में शामिल होना चाहते हो तो चट्का लगायें! आपका सवाई सिंह |
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मंगलवार, मई 31
दुसरे का अपराध सहनकर अपराधी पर उपकार करना..
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