तीन बातें कभी न भूलें
1) प्रतिज्ञा करके
2) क़र्ज़ लेकर
3) विश्वास देकर
भगवन महावीर
,एक ब्लॉग सबका ब्लॉग परिवार की तरफ से सभी को भगवन महावीर जयंती, भगवन हनुमान जयंती के पावन पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं ॥
आपका
सवाई सिंह{आगरा }
आपको भी हार्दिक बधाई और शुभकामनायें!
जवाब देंहटाएंdhnyavad aapke mere blog par aakar mera uttsahvardhan hetu.aapko bhi mahavir jayanti ki hardik bdhai.
जवाब देंहटाएंaapko bhi bahut bahut shubhkamnaye
जवाब देंहटाएंआपको भी भगवन महावीर जयंती, भगवन हनुमान जयंती और गुड फ्राइडे के पावन पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं ॥
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुंदर प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंप्रस्तुत करने के लिए आभार आपका।
सवाई सिंहजी, जहां तक गुड फ्राइडे का सवाल है इस दिन ईसा को सूली पर चढना पडा था, इसे शोक दिवस के रूप मे मनाया जाता है।
जवाब देंहटाएंजानकारी के देने के लिए बहुत२ आभार
हटाएंआपको भी हनुमान जयंती और महावीर जयंती की शुभकामनाएँ...
जवाब देंहटाएंगुड फ्राइडे के दिन ईसा को सूली पर चढाया था मगर उनकी आत्मा को मुक्ति मिली थी, मानव शरीर से.....और कष्टों से भी...क्यूंकि वे लगातार तीन दिन से सूली पर लटके कष्ट झेल रहे थे..
ईसाई धर्मावलंबी इस दिन पूरे दिन उपवास रखते हैं। इस दिन असहाय, दु:खी, पीडि़त, गरीबों को दान दिया जाता है। भोजन कराया जाता है। ऐसा माना जाता है कि सूली पर लटकाने के तीन घंटे बाद तीन बजे इस संसार से विदा हुए। इसलिए त्योहार की शुरुआत मसीह के क्रॉस को चुमकर इस दिन तीन बजे से ईसाई धर्म के अनुयायी एकत्र होकर पवित्र बाइबिल पढ़ते हैं। शेष परंपराएं मध्य रात्रि में पूरी की जाती हैं। इस दिन विशेष रूप से चर्च की घंटियां नहीं बजती है। क्योंकि ईसाई धर्मावलंबी इस दिन को शोक दिवस के रूप में मनाते हैं। इस दिन की याद में ही ईसाई समुदाय प्रभु यीशु के त्याग के लिए विशेष प्रार्थना करता है।
सादर
अनु
अनुजी
हटाएंजानकारी के देने के लिए बहुत२ आभार
..बधाई .बढ़िया प्रस्तुती .
जवाब देंहटाएंआपको भी बधाई और शुभकामनाएँ.
जवाब देंहटाएंआप सभी का आभार और आपको भी बधाई और शुभकामनाएँ.
जवाब देंहटाएंआप सभी सहयोग यूँ ही बना रहे
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