आज की दुनिया का सच-
(Aaj Ki Duniya Ka Kadva sach)
अपनी कीमत बता ना पाया तो सच अकेला रह गया बिकने को जब राजी हुआ झूठ तो फूलों में तोला गया !
साथ ही-
आप की खुशियों में वो लोग शामिल होते हैं
जिन्हें "आप" चाहते हैं..
आपके दु:ख में वो लोग शामिल होते हैं,
जो "आपको " चाहते हैं।
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