आज कल हर कोई व्यक्ति किसी न किसी रूप में व्यक्ति के भावनाओं के साथ खेलने का प्रयास करता है चाहे वह अपना हो या पराया हो। आखिर भावना का अर्थ होता क्या है क्या किया जाना चाहिए सोचने वाला विषय है जिनको ज्यादा वैल्यू देते हैं अपने जीवन में हमेशा आपके साथ कुछ ना कुछ प्रयोग करता रहता है आपको इस बात का आभास नहीं होता लेकिन होता है। ऐसा यह सब चीजें देखते हैं फिर उन पर अगर बात करते हैं तो वह आप को बेवकूफ समझने लग जाते हैं किसी की भावनाओं का इतना भी ना खेलो कि उसका दुनिया से भरोसा ही उठ जाए हर किसी को गलत समझने लगता है जिसको सच में आपकी जरूरत होती है और फिर आप की वैल्यू भी नही समझते है आप उसको भी उसी नजरों से देखने लग जाते हो। हमारे जीवन में ऐसा अक्सर होता रहता है । सब कुछ हमें ऊपर वाले पर छोड़ देना चाहिए।
और चलते चलते आज वर्ष का अंतिम दिन है अगर कभी भी जाने अनजाने में मेरे कर्म से, मेरी बोली से, मेरे व्यवहार से, या किसी कारण से आपकी भावना आहत हुई है तो मैं हृदय की गहराइयों से आप सभी से क्षमा प्रार्थी हूं, अपनी नाराजगी गिले-शिकवे सब आज छोड़कर हमारी ओर से आप और आपके पूरे परिवार को चैत्र नव वर्ष की बहुत-बहुत बधाई और शुभकामनाएं
मार्च एंडिंग कभी - कभी संबन्ध में भी आनी चाहिए।
स्टॉक मिलाने के लिए पता तो चले कि, कितने अपने और हम कितनों के..
आज का विचार
किसी की भावनाओं के साथ
प्रयोग मत कीजिए ...
किसी का जीवन ....
आपकी प्रयोगशाला नहीं है .....
प्ररम कृपालु प्रभु आपका दिन मंगलमय रखे .... और आप सभी को चैत्र नव वर्ष की हार्दिक मंगलकामनाएं आने वाला नया साल आप सभी के लिए खुशियों भरा हो ऐसी कि मैं प्रभु से कामना करता हूं टीम सुगना फाउंडेशन
✍️ आपका सवाई सिंह SM series 3 से
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