!!अनमोल वचन!!
इस तरह न कमाओ कि पाप हो जाए
इस तरह न खर्च करो कि कर्ज हो जाए
इस तरह न खाओ कि मर्ज हो जाए
इस तरह न बोलो कि क्लेश हो जाए
इस तरह न चलो कि देर हो जाए
इस तरह न सोचो कि चिंता हो जाए
ये अनमोल वचन प्रिय वासुदेव पुतलिया जी ने भेजे है!
Vasudev Potalia
Vasudev Potalia
sarthak vachan ...!
जवाब देंहटाएंshubhkamnayen ...!!
[ma] बहुत बहुत शुक्रिया और आभार,आपके सहयोग और समर्थन की कामना करता हूँे [/ma]
जवाब देंहटाएंइस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएंसुन्दर प्रस्तुति..
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