गुरुवार, मई 10

इस तरह न कमाओ कि पाप हो जाए

!!अनमोल वचन!!

इस तरह न कमाओ कि पाप हो जाए

इस तरह न खर्च करो कि कर्ज हो जाए

इस तरह न खाओ कि मर्ज हो जाए

इस तरह न बोलो कि क्लेश हो जाए

इस तरह न चलो कि देर हो जाए

इस तरह न सोचो कि चिंता हो जाए

ये अनमोल वचन प्रिय वासुदेव पुतलिया जी ने भेजे है!
Vasudev Potalia

4 टिप्‍पणियां:

  1. [ma] बहुत बहुत शुक्रिया और आभार,आपके सहयोग और समर्थन की कामना करता हूँे [/ma]

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  2. इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.

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  3. सुन्दर प्रस्तुति..

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