"सदाबहार हँसी आपको उस लक्ष्य तक पहुँचा सकती हैं !
जिसे पाने के लिए लोग वनवासी और सन्यासी बनते हैं!"
@@@@@@@@@@@@
"हँसना और हँसाना एक चुनौति भरा कार्य हैं,
जब ईश्वर ने अपन लोगों यह गुण दिया हैं
तो फिर हँसने में हम कंजूसी क्यों बरतते हैं ?"
संतप्रवर श्री चन्द्रप्रभ जी
@@@@@@@@@@@@@@
{सदस्य}
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें