“डर में जीना आधा जीवित रहने जैसा है” |
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सवागत है
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बहुत सही कहा है..
जवाब देंहटाएंसच कहा आपने राज पुरोहित जी.....आगे आपसे मिलना होता रहेगा ...क्यूँ की ये १० भाषाओँ वाला गुण भी सीखना है आपसे मुझे !
जवाब देंहटाएंइंसान वही है जो परिस्थितियों से डट कर मुकाबला करे !
जवाब देंहटाएंविचार अच्छा है पर राह कठिन
जवाब देंहटाएंउत्तम विचार्!
जवाब देंहटाएंआदरणीय कैलाश शर्मा जी
जवाब देंहटाएंआदरणीय आनंद द्विवेदी जी
आदरणीय बेनामी जी
आप सभी का इस पोस्ट पर आपकी प्रतिकिरिया मिली इस हेतु आपका तहेदिल से शुक्रिया अदा करता हूँ!
आपके सहयोग एवं स्नेह का सदैव आकांक्षी रहूँगा! धन्यवाद.......