शनिवार, मई 26

ज्ञानी जन विवेक से सीखते हैं..

 ज्ञानी जन विवेक से सीखते हैं, साधारण मनुष्य अनुभव से, अज्ञानी पुरुष आवश्यकता से और पशु स्वभाव से!
 कौटिल्य 
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 अधर्म की सेना का सेनापति झूठ है। जहाँ झूठ पहुँच जाता है वहाँ अधर्म-राज्य की विजय-दुंदुभी अवश्य बजती है!
स्वामी सुदर्शनाचार्य जी, 

!!आपका स्वागत है!! !!यहाँ पर भी आयें!!
आप से निवेदन है इस लेख पर आपकी बहुमूल्य प्रतिक्रिया दे.

दूसरा ब्रम्हाजी मंदिर आसोतरा में जिला बाडमेर ...:- भगवान ब्रह्मा हिन्दू त्रय के प्रमुख भगवान है. अन्य दो भगवान विष्णु और भगवान महेश हैं. ब्रह्मा सृष्टि का स्वामी है! पुष्कर में ब्रह्मा का .

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आपका ही सवाई सिंह राजपुरोहित

सोमवार, मई 21

RAJPUROHIT SAMAJ: दूसरा ब्रम्हाजी मंदिर आसोतरा में जिला बाडमेर राजस्...

RAJPUROHIT SAMAJ: दूसरा ब्रम्हाजी मंदिर आसोतरा में जिला बाडमेर राजस्...: भगवान ब्रह्मा हिन्दू त्रय के प्रमुख भगवान है. अन्य दो भगवान विष्णु और भगवान महेश हैं. ब्रह्मा सृष्टि का स्वामी है! पुष्कर में ब्रह्मा का .  
 हमारा यह ब्लॉग एक छोटा सा प्रयास है जिसमें हम आप सभी बंधुओं के सहयोग एवं मार्गदर्शन की अपेक्षा करते है...
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सवाई सिंह राजपुरोहित 

शनिवार, मई 12

माँ की गोद में सर रखने जैसा सुकून और कहीं नहीं... सवाई


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!! आज का अनमोल वचन!! 

माँ है मंदिर मां तीर्थयात्रा है,
माँ प्रार्थना है, माँ भगवान है,
 उसके बिना हम
बिना माली के बगीचा हैं!

{mother is temple mother is pilgrimage,
mother is prayer, mother is god,
 without her we are garden without a gardener}

       संतप्रवर श्री चन्द्रप्रभ जी
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अगर दुनिया मां नहीं होती तो हम किसी की दया पर
या 
 किसी की एक अनाथालय में होते !
संतप्रवर श्री चन्द्रप्रभ जी
साभार- संबोधि टाइम्स, 
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माँ पहले आँसू आते थे और तू याद आती थी!
आज तू याद आती हैं और आँसू आते हैं!
आचार्य विजय यशोवर्म सूरि 
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शुक्रनीति
आप सभी को सुगना फाऊंडेशन मेघलासिया,"राजपुरोहित समाज" आज का आगरा और एक्टिवे लाइफ ,एक ब्लॉग सबका ब्लॉग परिवार की तरफ से सभी को मातृदिवस की हार्दिक शुभकामनाएं..
आपका 
सवाई  सिंह{आगरा }
 

गुरुवार, मई 10

इस तरह न कमाओ कि पाप हो जाए

!!अनमोल वचन!!

इस तरह न कमाओ कि पाप हो जाए

इस तरह न खर्च करो कि कर्ज हो जाए

इस तरह न खाओ कि मर्ज हो जाए

इस तरह न बोलो कि क्लेश हो जाए

इस तरह न चलो कि देर हो जाए

इस तरह न सोचो कि चिंता हो जाए

ये अनमोल वचन प्रिय वासुदेव पुतलिया जी ने भेजे है!
Vasudev Potalia

सोमवार, मई 7

भगवन का संदेश

आज  का संदेश 

उत्साह सफलता को निमंत्रण देता है!

महर्षि अरविंद 

बुधवार, मई 2

जब भी हँसे, दिल से हँसे

www.hindini.com

जब भी हँसे, दिल से हँसे! मन से हँसने वाले शरारती होते हैं 
और ओठों से हँसने वाले औपचारिक, 
हृदय से हँसने वाले ही आत्मा से हँस रहे होते हैं!  
श्री चन्द्रप्रभ जी