हमेशा अपनों के साथ रिश्ता बनाए रखें क्योंकि जो यह अपने होते ना यही अपने हैं सबसे अच्छे प्यार भरे रिश्ते बनाए रखें क्योंकि कब कौन कहां काम आ जाए यह किसी ने नहीं सोचा है हाल ही कुछ घटनाओं के बाद मैं ऐसा कह सकता हूं। आपके द्वारा किए गए अच्छे कार्य और अच्छे रिश्ते आपको हर वक्त मदद पहुंचाने का प्रयास करते हैं और मैं ऊपर वाले का शुक्रगुजार हूं कि उनको मुझे कुछ कहने की जरूरत नहीं पड़ती वह हमेशा मेरे लिए कोई ना कोई रास्ता दिखा ही देते हैं और अपने होने का एहसास मुझे दिलाते हैं वह मेरे साथ है भोले बाबा आपकी कृपा मुझ पर ऐसे ही बनी रहे ।
आज का अनमोल विचार
लड़ लो , झगड़ लो , पर परिवार से अलग होने की कभी मत सोचो क्योंकि उन पत्तो की कोई कदर नही होती जो पेड़ से अलग होकर गिर जाते है ।
=========××=======
मेले की भीड़ में बच्चा जब तक अपनों का हाथ पकड़कर चलता है उसे मेला बहुत सुंदर और खूबसूरत लगता है, पर वही बच्चा अगर मेले में अपनों से बिछड़ जाये तो वही मेला उसे डरावना लगता है, दुनिया के मेले में हम सबकी स्थिति भी यही है, इसलिए हमेशा अपनो का "साथ" और "हाथ" थामे रखिये... 🏃🏻 चलते रहिऎ.
(आपका सवाई सिंह एसएम सीरीज 3)
आपकी इस प्रविष्टि के लिंक की चर्चा कल बुधवार (09-03-2022) को चर्चा मंच "नारी का सम्मान" (चर्चा अंक-4364) पर भी होगी!
जवाब देंहटाएं--
सूचना देने का उद्देश्य यह है कि आप उपरोक्त लिंक पर पधार कर चर्चा मंच के अंक का अवलोकन करे और अपनी मूल्यवान प्रतिक्रिया से अवगत करायें।
--
हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
Thank you so much sir ji
हटाएंसही बात कही आपने...
जवाब देंहटाएंThank you sir ji
हटाएं