शनिवार, मई 30

"सच्चे प्रेम" की कोई "परिभाषा" नहीं होती

आजकल दुनिया बनावटी प्यार पर ज्यादा भरोसा करने लगी है । कोई व्यक्ति आपके साथ तभी तक टिका है जब तक उसे आप से कोई मतलब या आशा है जिस दिन उसका वह आशा है मतलब पूरा हो गया उस दिन वह आपको छोड़ जाएगा लेकिन जो आपको सच्चा प्रेम करता है वह आपको कभी नहीं छोड़ेगा क्योंकि सच्चा प्यार वही है जिसमें किसी प्रकार की कोई आशा ना हो जहां आशा होती है वहां सच्चा प्यार नहीं होता।

Aaj ka Anmol vichar

"सच्चे प्रेम"... की कोई ...
"परिभाषा"... नहीं होती.
"प्रेम" बस वही है ...जहाँ
कोई "आशा"...नही होती"..!!
  🌹🌹

कहते हैं कि छोडने वाले, छोड़ जाते हैं।
मुक़ाम  कोई  भी  हो।
  
 पर निभाने वाले, निभा ही जाते हैं।
चाहे हालात कैसे भी हों।

🦚 जय श्री राधे कृष्णा 🦚

11 टिप्‍पणियां:

  1. उत्तर
    1. आदरणीय शास्त्री जी उत्साहवर्धन के लिए धन्यवाद

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  2. जगत में भिन्न-भिन्न तरह के लोग

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    1. आदरणीय शर्मा जी आपने बिल्कुल सही फरमाया इस जगत में भिन्न-भिन्न तरह के लोग हैं और सब की सोच अलग-अलग है कुछ लोग मतलब से जीते हैं और कुछ लोग अपने कर्मों के लिए

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  3. सच्चे प्रेम"... की कोई ...
    "परिभाषा"... नहीं होती.
    "प्रेम" बस वही है ...जहाँ
    कोई "आशा"...नही होती"..!!
    सटीक भाव 👌👌👌👌🙏🙏

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  4. उत्तर
    1. बहुत-बहुत धन्यवाद इस उत्साहवर्धन के लिए

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  5. बहुत सुन्दर सृजन ।

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  6. आपका बहुत-बहुत धन्यवाद लेकिन जो लिंक आपने उपलब्ध करवाया है वह ओपन नहीं हो रहा है

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