रविवार, मई 12

मातृदिवस की हार्दिक शुभकामनाएं..माँ के लिए ये चार लाइन


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!! आज का अनमोल वचन!! 

माँ है मंदिर मां तीर्थयात्रा है,
माँ प्रार्थना है, माँ भगवान है,
 उसके बिना हम
बिना माली के बगीचा हैं!

{mother is temple mother is pilgrimage,
mother is prayer, mother is god,
 without her we are garden without a gardener}

       संतप्रवर श्री चन्द्रप्रभ जी
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अगर दुनिया मां नहीं होती तो हम किसी की दया पर
या 
 किसी की एक अनाथालय में होते !
संतप्रवर श्री चन्द्रप्रभ जी
साभार- संबोधि टाइम्स, 
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माँ पहले आँसू आते थे और तू याद आती थी!
आज तू याद आती हैं और आँसू आते हैं!
आचार्य विजय यशोवर्म सूरि 
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शुक्रनीति
आप सभी को सुगना फाऊंडेशन मेघलासिया,"राजपुरोहित समाज" आज का आगरा और एक्टिवे लाइफ ,एक ब्लॉग सबका ब्लॉग परिवार की तरफ से सभी को मातृदिवस की हार्दिक शुभकामनाएं..
आपका 
सवाई  सिंह{आगरा }
 

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