अमृत सन्देश
चित्र armaanokidoli.blogspot.in |
जिसका अहंकार चला गया हो वह व्यक्ति किसी को भी खुश कर सकता है|
कर्ज ऐसा मेहमान है जो एक बार आने के पश्चात जाने का नाम नही लेता है |"इतना ही लो थाली में ,की व्यर्थ न जावे नाली में "|
आदमी का अहम् कई बार उसका सबसे बड़ा शत्रु बन जाता है|
जब आप किसी पर एक अंगुली उठाते है ,तो तीन अंगुलिया आपकी तरफ उठती है|
कोई हस के मरा, कोई रो के मरा, जिन्दगी मगर पाई उसने, जो कुछ हो के मरा |
कर्ज ऐसा मेहमान है जो एक बार आने के पश्चात जाने का नाम नही लेता है |"इतना ही लो थाली में ,की व्यर्थ न जावे नाली में "|
आदमी का अहम् कई बार उसका सबसे बड़ा शत्रु बन जाता है|
जब आप किसी पर एक अंगुली उठाते है ,तो तीन अंगुलिया आपकी तरफ उठती है|
कोई हस के मरा, कोई रो के मरा, जिन्दगी मगर पाई उसने, जो कुछ हो के मरा |
ये अमृत सन्देश प्रिय दिनेश सिंह राजपुरोहित जी ने भेजे है!
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इतना ही लो थाली में ,की व्यर्थ न जावे नाली में"
जवाब देंहटाएंवाह ...
आपके स्नेह के लिए आभार साथ ही प्रतिक्रिया हेतु ....
हटाएंआदमी का अहम् कई बार उसका सबसे बड़ा शत्रु बन जाता है|
जवाब देंहटाएंजब आप किसी पर एक अंगुली उठाते है ,तो तीन अंगुलिया आपकी तरफ उठती है|
कोई हस के मरा, कोई रो के मरा, जिन्दगी मगर पाई उसने, जो कुछ हो के मरा |
एक दम सही बात कही है
कोई हंस के मरा कोई रो के मरा जिंदगी मगर पाई उसने जो कुछ हो के मरा
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर भाव लिए पंक्तियाँ |
आशा
आशाजी..आपके स्नेह के लिए आभार साथ ही प्रतिक्रिया हेतु ...
हटाएं"इतना ही लो थाली में ,की व्यर्थ न जावे नाली में "|...बहुत सुन्दर...
जवाब देंहटाएंआपके स्नेह के लिए आभार साथ ही प्रतिक्रिया हेतु ...
हटाएंबहुत उपयोगी बातें !
जवाब देंहटाएंआपके स्नेह के लिए आभार साथ ही प्रतिक्रिया हेतु ...
हटाएंsari baten upyogi.....
जवाब देंहटाएंआपके स्नेह के लिए आभार साथ ही प्रतिक्रिया हेतु ...
हटाएंबहुत सार्थक संदेश...
जवाब देंहटाएंआपके स्नेह के लिए आभार साथ ही प्रतिक्रिया हेतु ...
हटाएंसुन्दर भाव .
जवाब देंहटाएंआपके स्नेह के लिए आभार साथ ही प्रतिक्रिया हेतु ......
हटाएंआपके स्नेह के लिए आभार
हटाएंबहुत ही बढ़िया और सार्थक
जवाब देंहटाएंसन्देश:-)
धन्यवाद रीना जी..
हटाएंइस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएंकोई हस के मरा, कोई रो के मरा, जिन्दगी मगर पाई उसने, जो कुछ हो के मरा |
जवाब देंहटाएंसुन्दर
धन्यवाद और आभार
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