शनिवार, अगस्त 6

मेरे दायें हाथ में कर्म है!


 "मेरे दायें हाथ में कर्म है और बायें हाथ में जय!"
                             अथर्ववेद
 "किसी पूर्वतन ख्याति का उत्तराधिकार प्राप्त करना एक संकट मोल लेना है!"
                  टैगोर

12 टिप्‍पणियां:

  1. दोनों उक्तियाँ अनमोल हैं. आभार आपका.

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  2. मैं जल्दी ही आपको कुछ अनमोल वचन भेजती हूँ .

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  3. बहुत अच्छे और प्रेरक विचार मैं आज ही भेजता हूँ ओके जी ......

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  4. बेनामी8/06/2011 08:34:00 pm

    सुन्दर विचार है
    सुन्दर विचार है

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  5. बेनामी8/06/2011 08:35:00 pm

    सुन्दर विचार है

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  6. वाह क्या खूब कही आपने...सत्य वचन...
    आदरणीय भाई सवाई सिंह जी, आपने मेरे ब्लॉग पर मुझसे एक प्रश्न पूछा था, इसका उत्तर मैंने दे दिया है| कृपया आप मेरे ब्लॉग पर ही इसका उत्तर देख लें...

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  7. आपका सभी का तहे दिल से शुक्रिया

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