शनिवार, दिसंबर 7

आज की दुनिया का सच

आज की दुनिया का सच- 

(Aaj Ki Duniya Ka Kadva sach)

अपनी कीमत बता ना पाया तो सच अकेला रह गया बिकने को जब राजी हुआ झूठ तो फूलों में तोला गया !

  साथ ही-

आप की खुशियों में वो लोग शामिल होते हैं

जिन्हें "आप" चाहते हैं..

 आपके दु:ख में वो लोग शामिल होते हैं,

जो "आपको " चाहते हैं। 

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