गुरुवार, अक्टूबर 10

देश के जाने माने उद्योगपति श्री रतन टाटा जी को सादर श्रद्धांजलि

 भारत के प्रसिद्ध उद्योगपति श्री रतन टाटा जी के निधन का अत्यंत दुखद समाचार प्राप्त हुआजानकर बहुत दुख हुआ उन्होंने देश की औद्योगिक प्रगति और सामाजिक विकास के लिए अपना संपूर्ण जीवन समर्पित किया। उनका दृष्टिकोण, समर्पण और व्यावसायिक कुशलता न केवल टाटा समूह को नई ऊँचाइयों तक ले गई, बल्कि भारत के विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन किया।

उन्होंने रोजगार सृजन, समाज के सशक्तिकरण और नवाचार के क्षेत्र में अभूतपूर्व कार्य किया। उनका जीवन हम सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत है। उनका जन्म 28 दिसंबर, 1937 को मुंबई में हुआ था। भारत के दिग्‍गज उद्योगपति रतन टाटा पिछले कुछ दिनों से वो बीमार चल रहे थे। उनका निधन बुधवार देर शाम मुंबई के ब्रीच कैंडी हॉस्पिटल में हो गया।

 परमपिता परमात्मा से प्रार्थना करते है कि आदरणीय श्री रतन टाटा जी की पुण्य आत्मा को ईश्वर अपने श्रीचरणों में स्थान दें तथा शोक-संतप्त परिवार को ईश्वर धैर्य प्रदान करें। ॐ शान्ति शान्ति शान्ति 💐 सादर श्रद्धांजलि अर्पित करता है 💐🙏🏻🙏🏻🙏🏻 🙏 टीम सुगना फाउंडेशन और राजपुरोहित समाज इंडिया

चलते-चलते कुछ अनमोल विचार आदरणीय श्री रतन टाटा जी 

श्री रतन टाटा एक ऐसे व्यक्ति हैं जिन्होंने न केवल भारत बल्कि पूरी दुनिया में उद्यमिता और मानवीय मूल्यों की एक नई परिभाषा स्थापित की है। उनके विचार हमेशा प्रेरणादायक रहे हैं और युवाओं के लिए एक आदर्श हैं।

कड़ी मेहनत और लगन: रतन टाटा का मानना है कि सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं है। कड़ी मेहनत और लगन ही सफलता का मूल मंत्र है।

 नवाचार: वे हमेशा नए विचारों और तकनीकों को अपनाने के पक्ष में रहे हैं।

  मानवीय मूल्य: रतन टाटा के लिए मानवीय मूल्य सबसे महत्वपूर्ण हैं। वे हमेशा समाज के विकास के लिए काम करते रहे हैं।

  सकारात्मक सोच: मुश्किल परिस्थितियों में भी रतन टाटा सकारात्मक सोच रखते हैं।

  दूसरों की मदद: वे हमेशा दूसरों की मदद करने के लिए तैयार रहते हैं। 

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