गुरुवार, जुलाई 29

जीवन में सराहना और निंदा दोनों ही अच्छे हैं

जीवन में एक बात को हमेशा गांठ बांधकर रखनी चाहिए कोई हमारी किए गए कार्य की तारीफ या प्रशंसा करें या ना करें इस बात की चिंता कभी नहीं करनी चाहिए क्योंकि आप और हम उस दुनिया में रहते हैं जहां चलता तो तेल और बाती है पर लोग कहते है की दिपक जल रहे है ! यानी प्रशंसा सिर्फ दीपक की करते हैं। इसलिए जीवन में कभी निराश नहीं होना चाहिए
क्योंकि जीवन में हमें दो चीजें हमेशा मिलेगी या तो हमारे काम की सराहना (प्रशंसा) की जाएगी या फिर निंदा दोनों ही हमारे जीवन में बहुत ही फायदेमंद है क्योंकि प्रशंसा आपको हमेशा प्रेरणा देती है और निंदा आपको सावधान होने का अवसर।


हज़ारों मील की यात्रा 
एक कदम के साथ शुरू होती है !

सवाई सिंह राजपुरोहित SM series 3

 

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