बुधवार, जून 9

मौत के साये में भी “ज़िंदगी” पल सकती है,

 मौत के साये में भी “ज़िंदगी” पल सकती है,

जब तक आपकी ज़िंदगी बाक़ी है,

मौत खुद ज़िंदगी की हिफ़ाज़त कर सकती है।


4 टिप्‍पणियां:

  1. उत्तर
    1. बहुत-बहुत धन्यवाद इस उत्साहवर्धक प्रतिक्रिया के लिए

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  2. बिल्कुल सत्य,ऐसे सत्य समय-समय पर उजागर होते रहते हैं,सादर नमन आपको

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    1. बहुत-बहुत धन्यवाद और आभार हमारा मनोबल बढ़ाने के लिए

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