मंगलवार, नवंबर 17

यूँ ही नहीं आती,मिठास रिश्तों में..

 आज का सुविचार

    🚩जब हम खुश होते हैं तो हम उस व्यक्ति के पास जाना चाहते हैं जिसे हम बहुत प्यार करते हैं .

       लेकिन जब हम दुखी होते हैं तो हम उस व्यक्ति की ओर  देखते हैं जो हमें बहुत प्यार करता है ।

 रिश्ता होने से रिश्ता नहीं बनता,

   रिश्ता निभाने से रिश्ता बनता है । 

वैसे यह सच है--

  यूँ ही नहीं आती,मिठास रिश्तों में..

 गुलकंद के लिये,फूलों को शहीद होना पडता है..!

4 टिप्‍पणियां:

  1. आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल बुधवार (18-11-2020) को   "धीरज से लो काम"   (चर्चा अंक- 3889)   पर भी होगी। 
    -- 
    सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है। 
    -- 
    हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।  
    सादर...! 
    डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' 
    --

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    1. आदरणीय शास्त्री जी बहुत-बहुत धन्यवाद

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  2. वाह
    बढ़िया पंक्तियां


    मेरे ब्लॉग विचार- वर्षा पर आपका स्वागत है

    https://vichar-varsha.blogspot.com/2020/11/25.html?m=1

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