मंगलवार, सितंबर 22

चुप रहना भी एक कला है जो इस कला में निपुण है।

 संस्कारी और समझदार व्यक्ति कीचड़ से बच कर निकलता है ताकि उसके कपड़े गंदे ना हो जाए लेकिन कीचड़ को घमंड हो जाता है कि डर गया मुझसे🙏

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काबिल लोग ज्यादातर चुप रहना पसंद करते हैं जब तक सहन करते हैं तब तक ही, लेकिन बात सहनशक्ति से बाहर हो जाते तो एक बार में ही उसकी बोलती बंद कर देते हैं। 

यहां एक बात ध्यान देने की जरूरत है कि कुछ लोग इसे कायरता या डरपोकपन समझ लेते हैं जो उनकी बेबकूफी प्रतीक होता है। ताकत का ग़लत इस्तेमाल नहीं करें बल्कि उसे भलाई में उपयोग करें। तभी आपका जीवन सफल है।


चुप रहना भी एक कला है जो इस कला में निपुण है वह हर प्रकार से सफल व श्रेष्ठ है ।

10 टिप्‍पणियां:

  1. आसान नहीं है चुप रहना। तपस्वी जानते हैं :)

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    1. बिल्कुल सही फरमाया आदरणीय सुशील जी बहुत मुश्किल है चुप रहना लेकिन कभी-कभी मजबूरियां यह सब कुछ करवा देती है जहां हम चाह कर भी चुप रहना पड़ता है

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  2. आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल बुधवार (23-09-2020) को   "निर्दोष से प्रसून भी, डरे हुए हैं आज"   (चर्चा अंक-3833)   पर भी होगी। 
    -- 
    सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है। 
    -- 
    हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।  
    सादर...! 
    डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' 
    --

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    1. आदरणीय शास्त्री जी बहुत-बहुत धन्यवाद

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  3. लगातार चुप्पी ज्वालामुखी बना देती है... अतः कितना बोलना है कब बोलना है सदा तय रहने से अच्छा होता है।
    सराहनीय लेखन

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    1. आपने बिल्कुल सही कहा हमें पहले यह तय कर लेना चाहिए कितना बोलना है क्या बोलना है धन्यवाद इस उत्साह वर्धन के लिए

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    2. आदरणीय सवाई सिंह राजपुरोहित जी, नमस्ते👏!
      आपने सही लिखा है, चुप रहना और सहते जाना कभी - कभी कमजोरी समझ ली जाती है। साधुवाद! इसी पर मैने एक कविता लिखी थी, जिसे मेरी आवाज में इस लिंक पर सुनें और देखें: https://youtu.be/Bgr6iMdXsXk
      मैंने आपका ब्लॉग अपने रीडिंग लिस्ट में डाल दिया है। कृपया मेरे ब्लॉग "marmagyanet.blogspot.com" अवश्य विजिट करें और अपने बहुमूल्य विचारों से अवगत कराएं।
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      https://youtu.be/Q2FH1E7SLYc
      इस लिंक पर कहानी "तुम्हारे झूठ से मुझे प्यार है" का पाठ सुनें: https://youtu.be/7J3d_lg8PME
      सादर!--ब्रजेन्द्रनाथ

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    3. बिल्कुल आदरणीय जी हम आपके युटुब चैनल को सब्सक्राइब कर लिया है

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