शुक्रवार, जून 5

इस जिंदगी में सिर्फ एक शख्स बनकर मत रहना बल्कि शख्सियत बनना ।

        इस जिंदगी में सिर्फ एक शख्स बनकर मत रहना बल्कि शख्सियत बनने की कोशिश करना क्योंकि शख्स एक दिन मर जाता है और लोग उसे भूल जाते हैं लेकिन शख्सियत को हमेशा याद रखा जाता है उसके अच्छे कार्यों को हमेशा याद किया जाता है इसलिए जब कभी आपको किसी की मदद करने का मौका मिले तो उसे जरूर कीजिएगा

जब भी किसी जरूरतमंद की आवाज़ तुम तक पहुंचे तो परमात्मा का शुक्र जरूर अदा कीजिए..!!

क्योंकि उसने किसी की मदद के लिए आपको चुना हैं वर्ना परमात्मा तो सबके लिए अकेला ही काफी हैं..!!

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 सेवा और समर्पण की भावना से मेरी पूज्य माता जी स्वर्गीय श्रीमती सुगना राजपुरोहित धर्मपत्नी ठाकुर श्रीमान वीरम सिंह राजपुरोहित जी की याद में बनाया गया सुगना फाउंडेशन जो कि सदैव मानव सेवा के लिए समर्पित है



 

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