रविवार, दिसंबर 29

मेरी आदत है हर वक्त मैं "अपनों" में रहता हूँ।।

गलतियां भी होंगी और गलत भी समझा जाएगा,

यह ज़िन्दगी है जनाब यहां तारीफें भी होगी और कोसा भी जाएगा।।
😊😊😊
सदा मुकरते रहिये
🙏🙏

कभी आंखों में रहता हूँ कभी सपनो में रहता हूँ,
मेरी आदत है हर वक्त मैं "अपनों" में रहता हूँ।।


उम्र थका नहीं सकती....
ठोकरें गिरा नहीं सकती...
अगर जीतने की जिद हो तो...
 परिस्थितियां भी हरा नहीं.. सकती ...



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