पृथ्वी पर तीन रत्न हैं! जल, अन्न और सुभाषित लेकिन अज्ञानी पत्थर के टुकड़े को ही रत्न कहते हैं! कालिदास
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केवल अंग्रेज़ी सीखने में जितना श्रम करना पड़ता है
उतने श्रम में भारत की सभी भाषाएँ सीखी जा सकती हैं!
विनोबा
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बहुत अच्छे सुविचार
जवाब देंहटाएंआभार आप का अपना स्नेह बनाये रखें...
हटाएंसुन्दर विचार और सुन्दर सीख देते हुए प्यारे वचन ..
जवाब देंहटाएंआभार
भ्रमर ५
आभार आप का अपना स्नेह बनाये रखें
हटाएंसार्थक पोस्ट ... आभार
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