मन के ऊपर बुद्धि और बुद्धि के ऊपर आत्मा जब इसका सम्यक ज्ञान हो और जैसे जैसे बुद्धि आत्म ज्ञान के अनुसंधान से परिपक्व होती जाती है तभी मनो निग्रह के द्वारा मन की एकाग्रता भी विकसित होती है.वर्ना चंचल मन से मानसिक शक्तियों का अर्जन असम्भव सा ही है.
देर से आने के लिए क्षमाप्रार्थी हूं... सुंदर और प्रेरक प्रस्तुति... आपके १००वीं पोस्ट के लिए बधाई और स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनायें... सादर, डोरोथी.
yah to sacch ahi magar yaesa hotha keya keya
जवाब देंहटाएंमन के ऊपर बुद्धि और बुद्धि के ऊपर आत्मा जब इसका सम्यक ज्ञान हो और जैसे जैसे बुद्धि आत्म ज्ञान के अनुसंधान से परिपक्व होती जाती है तभी मनो निग्रह के द्वारा मन की एकाग्रता भी विकसित होती है.वर्ना चंचल मन से मानसिक शक्तियों का अर्जन असम्भव सा ही है.
जवाब देंहटाएंदेर से आने के लिए क्षमाप्रार्थी हूं... सुंदर और प्रेरक प्रस्तुति... आपके १००वीं पोस्ट के लिए बधाई और स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनायें...
जवाब देंहटाएंसादर,
डोरोथी.
बहुत सही लिखा है अज्ञात
जवाब देंहटाएंबहुत ही उम्दा प्रस्तुती
जवाब देंहटाएंभारतीय स्वाधीनता दिवस पर्व की हार्दिक शुभ कामनाये और ढेर सारी बधाइयाँ..
जवाब देंहटाएंस्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं.
जवाब देंहटाएंswatanrata divas ki badhai .vande matram .
जवाब देंहटाएंस्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं.
जवाब देंहटाएंस्वतन्त्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं और ढेर सारी बधाईयां.
जवाब देंहटाएंआप सभी मित्र गणों को भारतीय स्वाधीनता दिवस पर्व की हार्दिक शुभ कामनाये और ढेर सारी बधाइयाँ..
जवाब देंहटाएंआप सभी मित्र गणों तहे दिल से बहुत बहुत शुक्रिया जो आप यहाँ आए और अपनी राय दी!!हम आपसे आशा करते है की आप आगे भी अपनी राय से हमे अवगत कराते रहेंगे!
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