रविवार, जुलाई 17

जितने दिन जिन्दा हो, उसे गनीमत समझो


 जितने दिन जिन्दा हो, उसे गनीमत समझो और इससे पहले की लोग तुम्हे मुर्दा कहें नेकी कर जाओ  
                                                      शेख सादी


10 टिप्‍पणियां:

  1. प्रेरणाप्रद प्रस्तुति सदैव की भांति .हर उक्ति संग्रहणीय है आभार

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  2. सटीक सलाह दी है .आभार

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  3. प्रेरक और सार्थक विचार

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  4. प्रेरक और सार्थक विचार

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  5. प्रेरक और सार्थक विचार !!!

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  6. utaam vichar insaan rupi jindagi pane kaa mukhya udashye darshya hai

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  7. प्रेरक और सार्थक विचार

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  8. खूब कहा है शेख सादी साहब ने.

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  9. बहुमूल्य टिपण्णी देने के लिए आभारी और आप सभी का शुक्रिया अदा करता हूँ बहुत बहुत आभार

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