अपनी आन्तरिक क्षमताओं का पूरा उपयोग करें तो हम पुरुष से महापुरुष, युगपुरुष, मानव से महामानव बन सकते
हैं।
इन्सान का जन्म ही, दर्द एवं पीडा के साथ होता है। अत: जीवन भर जीवन में काँटे रहेंगे।
उन काँटों के बीच तुम्हें गुलाब के फूलों की तरह, अपने जीवन-पुष्प को विकसित करना है।
यदि बचपन व माँ की कोख की याद रहे तो हम कभी भी माँ-बाप के क्रतघ्न नहीं हो सकते।
भगवान सदा हमें हमारी क्षमता, पात्रता व श्रम से अधिक ही प्रदान करते हैं।
भीड में खोया हुआ इंसान खोज लिया जाता है परन्तु विचारों की भीड के बीहड में भटकते
हुए इंसान का पूरा जीवन अंधकारमय हो जाता है।
विचार शहादत, 25;ुर्बानी, शक्ति, शौर्य, साहस व स्वाभिमान है। विचार आग व तूफान है साथ ही शान्ति व सन्तुष्टी का पैगाम
है।
सदविचार ही सद्व्यवहार का मूल है।
अपवित्र विचारों से एक व्यक्ति को चरित्रहीन बनाया जा सकता है, तो शुध्द सात्विक एवं पवित्र
विचारों से उसे संस्कारवान भी बनाया जा सकता है।
हमारे सुख-दुःख का कारण दूसरे व्यक्ति या परिस्थितियाँ नहीं अपितु हमारे अच्छे
या बूरे विचार होते हैं।
स्वामी रामदेव-
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अपवित्र विचारों से एक व्यक्ति को चरित्रहीन बनाया जा सकता है, तो शुध्द सात्विक एवं पवित्र विचारों से उसे संस्कारवान भी बनाया जा सकता है baba ramdev ke ye vichar ham sabhi ke liye anukarniy hain.aabhar.
जवाब देंहटाएंfor energetic thoughts go to www.facebook.com/vasubirla
हटाएंयदि बचपन व माँ की कोख की याद रहे तो हम कभी भी माँ-बाप के क्रतघ्न नहीं हो सकते।
जवाब देंहटाएंbahut sundar sandesh yukt vichar.
so true.. we ourselves are responsible !!
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुंदर विचार पढ़ने को मिले. आभार.
जवाब देंहटाएंबाबा की सीख जीवन में उतारने की ज़रूरत है।
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर विचार..
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर और शानदार विचार पढने को मिले जिसके लिए धन्यवाद!
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर विचार.
जवाब देंहटाएंविचार ही हम सभी की जीवन शैली निश्चित करते है.
जवाब देंहटाएंसुन्दर विचार.
जवाब देंहटाएंविवेक जैन vivj2000.blogspot.com
आज आपने बाबा राम देव के सद्विचारों को पोस्ट करके बड़ा पुनीत कार्य किया है |
जवाब देंहटाएंबाबा जो कहते हैं वही करके दिखा भी रहे हैं.....
बाबा के भ्रष्टाचार विरोधी सत्याग्रह का दमन करने के लिए सत्ता के डकैतों ने रामलीला मैदान में जो जघन्य कृत्य किया है , वह अति निंदनीय और अक्षम्य है |
भारतवर्ष को स्वस्थ बनाने का कार्य यदि ...बाबा राम देव , अन्ना हजारे जैसे संत नहीं करेंगे तो क्या देश को लूटने वाले ये तथाकथित नेता करेंगे ?
बाबा रामदेव के विचार उत्तम हैं. एक जरूरी और सार्थक पोस्ट के लिए आभार!
जवाब देंहटाएंहर युग में नैतिकता एवं संस्कार ही शाश्वत होते हैं . इनके बिना मानव कल्याण की कल्पना भी नहीं की जा सकती.
जवाब देंहटाएंबाबा रामदेव का अभियान कामयाब हो, आइये दुआ करें.
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर विचार| बाबा रामदेव के विचार उत्तम हैं|
जवाब देंहटाएंsarthak prastuti .badhai
जवाब देंहटाएंजीवन को समृद्ध करने वाले ये विचार बहुत ही अच्छे और अनुकरणीय हैं.
जवाब देंहटाएंकृपया ब्लॉग की हेडिंग में 'खूबसूरत' की वर्तनी सही कर लें.आप ने ख के साथ छोटे उ की मात्रा लगाई है जो बड़े ऊ की होनी चाहिए.
जवाब देंहटाएंbeautiful quotations.
जवाब देंहटाएंthank you.
विचार तो अच्छे हैं, पर बाबा नहीं। बाबा के कारनामें दुनिया के सामने आ रहे हैं।
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत शुक्रिया आप सभी का जो आप यहाँ आए और अपनी राय दी,हम आपसे आशा करते है की आप आगे भी अपनी राय से हमे अवगत कराते रहेंगे!
जवाब देंहटाएंइस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
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