सवाई सिंह जी मेरी घृष्टता के लिए कृपया माफ़ कीजियेगा. वैसे आपके विचार बहुत उत्तम हैं. आपने गौ हत्या के विरोध में भी अच्छे लेख लिखे हैं, मेरे विचार से मुस्लिम धर्म के अतिरिक्त विश्व के सारे महान धर्म मानवजाति की समानता, भाईचारे और सहिष्णुता का संदेश देते हैं. जिस धर्म में ये शिक्षा दी जाती हो की काफ़िर को देखते ही ख़त्म कर दो, जिस धर्म में कुतर्कों द्वारा मांसाहार को जायज ठहराया जाता हो, उसे कैसे आप सहिष्णु मान सकते हैं.
आदरणीय श्री मदन शर्मा जी भगवान महावीर का मूल मंत्र था 'जियो और जीने दो' इस पर मानव को चलना चाहीए और मेरे विचार से मुस्लिम धर्म में भी कुछ अछाही है ये देख इस्लाम धर्मों में गो के प्रति भावनाएँ और गाय का महत्व
1. चौपायों में गाय श्रेष्ठ है, इसका आदर करो – हजरत मुहम्मद कुरान
2. ” गाय का दूध-घी(मक्खन) शिफा (औषधियाँ,दवा) है और गौमांस बीमारी(रोगकारक) है” हजरत आयेशा और उल्लस तिवाई जहीर
3. “खुदा के पास खून और गोश्त नहीं पहुँचता – त्याग की भावना पहुँचती है”
4. एक धार्मिक महिला को बिल्ली को मारने के कारण दोजख मिला, एक बदनाम महिला को कुत्ते को पानी पिलाने के कारण जन्नत मिली.
5. जिस देश में रहते हो उसके कानून का पालन करो.
6. पडोसी को दुःख पहुँचाना पाप है.
7. बाबर से बहादुर शाह जफ़र तक के शासन काल में गोहत्या प्रतिबंधित थी.
8. बहादुर शाह जफर ने स्वयं मुनादी फिरवाई थी कि बकरीद पर गाय की कुर्बानी करने वाले को तोप से उड़ा दिया जायेगा
9. “गो हत्या करने वाले के विरुद्ध, क़यामत के दिन, मोहम्मद साहब गवाही देंगे” – देव बंद के फतवे का सार,
उत्तम विचार्!
जवाब देंहटाएंइस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएंविश्व के सारे महान धर्म मानवजाति की समानता, भाईचारे और सहिष्णुता का संदेश देते हैं।
जवाब देंहटाएंउत्तम विचार्!
सोनू जी
जवाब देंहटाएंइस पोस्ट पर आपकी प्रतिकिरिया मिली इस हेतु आपका तहेदिल से शुक्रिया अदा करता हूँ!
आपके सहयोग एवं स्नेह का सदैव आकांक्षी रहूँगा! धन्यवाद.
saty vachan
जवाब देंहटाएंआदरणीय सुरेन्द्र सिंह जी आपकी प्रतिकिरिया मिली इस हेतु आपका तहेदिल से शुक्रिया अदा करता हूँ!
जवाब देंहटाएंआपके सहयोग एवं स्नेह का सदैव आकांक्षी रहूँगा! धन्यवाद.
सवाई सिंह जी मेरी घृष्टता के लिए कृपया माफ़ कीजियेगा. वैसे आपके विचार बहुत उत्तम हैं.
जवाब देंहटाएंआपने गौ हत्या के विरोध में भी अच्छे लेख लिखे हैं,
मेरे विचार से मुस्लिम धर्म के अतिरिक्त विश्व के सारे महान धर्म मानवजाति
की समानता, भाईचारे और सहिष्णुता का संदेश देते हैं.
जिस धर्म में ये शिक्षा दी जाती हो की काफ़िर को देखते ही ख़त्म
कर दो, जिस धर्म में कुतर्कों द्वारा मांसाहार को जायज ठहराया
जाता हो, उसे कैसे आप सहिष्णु मान सकते हैं.
अच्छे है आपके विचार, ओरो के ब्लॉग को follow करके या कमेन्ट देकर उनका होसला बढाए ....
जवाब देंहटाएंआदरणीय सारा सच जी आपकी प्रतिकिरिया मिली इस हेतु आपका तहेदिल से शुक्रिया अदा करता हूँ!
जवाब देंहटाएंआपके सहयोग एवं स्नेह का सदैव आकांक्षी रहूँगा! धन्यवाद.
आदरणीय श्री मदन शर्मा जी भगवान महावीर का मूल मंत्र था 'जियो और जीने दो' इस पर मानव को चलना चाहीए और मेरे विचार से मुस्लिम धर्म में भी कुछ अछाही है ये देख
जवाब देंहटाएंइस्लाम धर्मों में गो के प्रति भावनाएँ और गाय का महत्व
1. चौपायों में गाय श्रेष्ठ है, इसका आदर करो – हजरत मुहम्मद कुरान
2. ” गाय का दूध-घी(मक्खन) शिफा (औषधियाँ,दवा) है और गौमांस बीमारी(रोगकारक) है” हजरत आयेशा और उल्लस तिवाई जहीर
3. “खुदा के पास खून और गोश्त नहीं पहुँचता – त्याग की भावना पहुँचती है”
4. एक धार्मिक महिला को बिल्ली को मारने के कारण दोजख मिला, एक बदनाम महिला को कुत्ते को पानी पिलाने के कारण जन्नत मिली.
5. जिस देश में रहते हो उसके कानून का पालन करो.
6. पडोसी को दुःख पहुँचाना पाप है.
7. बाबर से बहादुर शाह जफ़र तक के शासन काल में गोहत्या प्रतिबंधित थी.
8. बहादुर शाह जफर ने स्वयं मुनादी फिरवाई थी कि बकरीद पर गाय की कुर्बानी करने वाले को तोप से उड़ा दिया जायेगा
9. “गो हत्या करने वाले के विरुद्ध, क़यामत के दिन, मोहम्मद साहब गवाही देंगे” – देव बंद के फतवे का सार,
राष्ट्रिय मुस्लिम मंच
आदरणीय श्री मदन शर्मा जी आपकी प्रतिकिरिया मिली इस हेतु आपका तहेदिल से शुक्रिया अदा करता हूँ!
जवाब देंहटाएंआपके सहयोग एवं स्नेह का सदैव आकांक्षी रहूँगा! धन्यवाद