रविवार, मई 15

मित्र क्या है?


आज का उद्धरण


मित्र क्या है?  
एक आत्मा जो दो शरीरों में निवास करती है

 
                                                                                                                                                                
                    अरस्तू

20 टिप्‍पणियां:

  1. आदरणीयमदन शर्मा जी
    नमस्कार

    आपका शुक्रिया आप मेरी पोस्‍ट पर आए।

    आपके सहयोग एवं स्नेह का सदैव आकांक्षी रहूँगा….. धन्यवाद

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  2. इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.

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  3. बिलकुल सही कहा आप ने| धन्यवाद|

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  4. आप सब का तहे दिल से शुक्रिया मेरे ब्लॉग पे आने के लिए और टिप्पणियां देने के लिए..

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  5. आपके सहयोग एवं स्नेह का सदैव आकांक्षी रहूँगा

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  6. आदरणीय डॉ.दिव्याजी,


    आपका शुक्रिया आप मेरी पोस्‍ट पर आए। आपके सहयोग एवं स्नेह का सदैव आकांक्षी रहूँगा

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  7. mitra ke vishay me sateek abhivyakti.mere blog par aane tatha follow karne ka haardik dhanyavaad.i m also following you.aapke update se avagat rahoongi.god bless you.

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  8. आदरणीय राजेश कुमारी जी
    आपका बहुत बहुत शुक्रिया जो आप यहाँ आए और अपनी राय दी,हम आपसे आशा करते है की आप आगे भी अपनी राय से हमे अवगत कराते रहेंगे!

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  9. आदरणीय कुंवर कुसुमेश जी,
    आपका शुक्रिया आप मेरी पोस्‍ट पर आए आपके सहयोग एवं स्नेह का सदैव आकांक्षी रहूँगा

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  10. जीवन भगवान की सबसे बडी सौगात है। मनुष्य का जन्म हमारे लिए भगवान का सबसे बडा उपहार है। स्वामी रामदेव-
    अरे लिखिये

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  11. बहुत सच कहा है..“मित्र क्या है?
    एक आत्मा जो दो शरीरों में निवास करती है”

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  12. आप और मै एक सही है या नहीं

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  13. सोनुजी एक दम सही कहा आपने

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  14. आप सब का तहे दिल से शुक्रिया मेरे ब्लॉग पे आने के लिए और प्रतिक्रिया देने के लिए..

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