शनिवार, फ़रवरी 5

गौ माता की करूँ पुकार सुनिए



                                गौ माता की करूँ पुकार सुनिए



  कुछ संतो ने, विद्वानों ने गौ माता के बारे मे इस तरह कहा है :-  
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गौवंश की रक्षा मे देश की रक्षा समाई हुई है
                                                                 .                 --------- मदन मोहन मालवीयजी |

गौवंश की रक्षा इश्वर की सारी मूक सृष्टी की रक्षा करना है,भारत की सुख समृधि गौ के साथ जुडी है |
                                                                                                 --------महात्मा गाँधी जी |

सम्पूर्ण गौ वंश हत्या बंद कर के राष्ट्र की उन्नति के लिए गौ को राष्ट्र पशु घोषित कर भारत सरकार यशजीवी बने |
                                                                       -----गौ रक्षा हेतु ७३ दिन तक अन्न-जल त्याग देने वाले पूरी के शंकराचार्य स्वामी निरंजन देव तीर्थ जी महाराज |

समस्त गौ वंश की हत्या कानूनन बंद होनी चाहिए.अब भारत आजाद है |
                                                                               ----------- गौ प्राण करपात्रीजी महाराज |

गौ का समस्त जीवन देश हितार्थ समर्पित है,अतः भारत मे गौ वध नहीं होना चाहिए |
                                                                                 ------------माता आनंदमयी जी माँ |

यही आस पूरण करो तुम हमारी, मिटे कष्ट गौअन, छूटे खेद भारी |
                                                                                 -------------गुरु गोविन्द सिंहजी |

भारत मे गौवंश के प्रति करोडो लोगो की आस्था है, उनकी उपेक्षा नहीं की जानी चाहिए |
                                                                                               -------------लाल बहादुर शास्त्री |

सम्पूर्ण गौवंश परम उपकारी है | सबका कर्तव्य है तन, मन, धन लगाकर गौ हत्या पूर्ण रूप से बन्द करावे.
                                                                                          ----------सेठ जुगल किशोर बिडला जी |

जब तक भारत की भूमि पर गौ रक्त गिरेगा तब तक देश सुख-शांति ,धन-धान्य, से वंचित रहेगा|
                                                                              ------------गौ प्राण हनुमान प्रसाद पोद्दारजी 


राम मंदिर, राम सेतु, आदि मुद्दो से भी पहला मुद्दा गौ हत्या बंद कानून बनाने के लिए सरकार को बाध्य करना होना चाहिए |
                                                                                 ------------धर्मवीर ठाकुर जयपाल सिंह नयाल



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                                                                                                             धन्यवाद....
                                                                                                          आपका सवाई

16 टिप्‍पणियां:

  1. इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.

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  2. गौ पवित्रता और परमार्थ परायणता की प्रतीक है गाय भारतीय संस्कृति का एक अभिन्न अंग है

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  3. प्राचीन काल से ही ऋषिमुनियों ने गाय को पूजनीय बताया है। ऐसा क्यों?

    गाय एकमात्र ऐसा प्राणी है जिसके मल मूत्र तक पवित्र हैं। गाय का दूध तो रोगों में उपयोगी है ही उसका मूत्र और गोबर भी अत्यंत उपयोगी है। जो हमारे स्वास्थ्य के लिए सर्वश्रेष्ठ है।
    गाय के मूत्र में पोटेशियम, सोडियम,फास्फेट, यूरिया, यूरिक एसिड होता है।
    दूध देते समय गाय के मूत्र में लेक्टोज की वृद्धि होती है। जो हृदय रोगों के लिए लाभकारी है।
    गाय का दूध फैट रहित परंतु शक्तिशाली होता है उसे पीने से मोटापा नहीं बढ़ता तथा स्त्रियों के प्रदर रोग आदि में लाभ होता है। गाय के गोबर के कंडे से धुआं करने पर कीटाणु,मच्छर आदि भाग जाते हैं!

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  4. सवाई जी
    मुझे आशा है कि पुरे भारत के लोग हमारी धरोहर "गौ माता" की महत्ता को जानेंगे और गौ माता की महत्ता को संपूर्ण विश्व में प्रचारित-प्रसारित करेंगे |
    आपका बहुत बहुत आभार...........

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  5. सवाई जी आगरा से बहार होने की वजह से ब्लॉग पर नहीं आ सका

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  6. गौ माता की करूँ पुकार सुन कर और चित्रा देखने की हिम्मत नही हुई...

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  7. आपको वसंत पंचमी की ढेरों शुभकामनाएं!

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  8. सनातन धरम में में गाय को माता के सामान मन गया है ! भारत में शुरू से ही गाय ढूध उपार्जन का साधन रही है ! बालक अपनी मान के दूध पीने के पश्चात गाय का ही दूध पी के बड़े होते थे ! गाय के दूध में अन्य पशुओ के दूध के मुकाबले जयादा पोष्टिकता और पवित्रता पाई जाती है ! गाय से दूध, दही मक्खन तो मिलता ही है ..... गाय का मूत्र और गोबर भी पर्याप्त उपयोगी है ! गाय के गोबर और मूत्र को ओषधिया बनाने में किया जाता है ! गाय प्राचीन काल से ही भारतीय संस्कृति का अभिन्न अंग रही है ! गाय , गीता , गंगा और गायत्री ये भारतीय संस्कृति के चार आधार बताये गए है !

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  9. उल्लेखनीय है कि गौमूत्र से दवाएं बनाई जा रही हैं। बाबा रामदेव का पतंलजि योगपीठ अभी 5 रुपये लीटर के हिसाब से गौमूत्र खरीद रहा है। वैज्ञानिक प्रयोगों से सिद्ध हो गया है कि गौ मूत्र में 2 मिनट में कीटों को मारने की क्षमता है इसे ध्यान में रखते हुए इससे फिनाइल बनाने का काम शुरू किया जा रहा है।

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  10. श्री hamsji आपने सही कहा हमारे सनातन धरम में में गाय को माता के सामान मन गया है!भारत में शुरू से ही गाय ढूध उपार्जन का साधन रही है! और ये भी सही है की गौमूत्र से दवाएं बनाई जा रही है।

    यह हमें ही तय करना पड़ेगा की बिहारीजी की सच्ची सेवा क्या है! हम बिहारीजी के दर्शन के लिए वृन्दावन(मथुरा, उत्तर प्रदेश )तो जाते हैं पर जो गौ माता बिहारीजी को इतनी प्रिय है उसकी रक्षा के लिए आगे नहीं आते हम अब समय आया है हम सभी को गौमाता की रक्षा के लिए संगठित होना है"

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  11. आदरणीय योगेन्द्र जी धन्यवाद
    धन्यवाद

    @ श्री राजीव कुमार कुल्श्रेस्थजी
    धन्यवाद

    @ श्री गिरीश पंकजजी जी
    धन्यवाद

    @ श्री हम्स्जी
    धन्यवाद

    @ सोनुजी धन्यवाद

    मेरे ब्लॉग पर आने और टिप्पणी के लिए आपका तहे दिल से शुक्रिया ...
    आशा है आपका मार्गदर्शन यूँ ही निरंतर प्राप्त होता रहेगा ...

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  12. मुझे आशा है कि पुरे भारत के लोग हमारी धरोहर "गौ माता" की महत्ता को जानेंगे और गौ माता की महत्ता को संपूर्ण विश्व में प्रचारित-प्रसारित करेंगे एक दिन और ये दौलत कभी खत्म नही हो

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  13. स्वागत है आपका
    आइये हिन्दी
    एवं हिन्दी ब्लॉग जगत् को सुशोभित कीजिये
    इसे समृद्ध बनाइये

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  14. गौ माता में सभी देवी-देवताओं का वास माना गया है....
    आपका स्वागत है...
    ब्लॉग भी फॉलो कर रही हूं...

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  15. धन्यवाद है आप जैसे लोगो को जो कि अपने ब्लोग पर गाय माता के बारे मी लिखते है,गाय को बचाना बहुत जरुरी है !

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