tag:blogger.com,1999:blog-3834662736014478281.post1405629016811006845..comments2024-03-13T23:40:18.791+05:30Comments on AAJ KA AGRA: संसार के विरुद्ध खड़े रहने के लिए शक्ति प्राप्त करने की जरूरत नहीं..Sawai Singh Rajpurohithttp://www.blogger.com/profile/14297388415522127345noreply@blogger.comBlogger7125tag:blogger.com,1999:blog-3834662736014478281.post-80837992990891849042011-09-01T19:57:12.738+05:302011-09-01T19:57:12.738+05:30आपका बहुत बहुत शुक्रिया जो आप यहाँ आए और अपनी राय ...आपका बहुत बहुत शुक्रिया जो आप यहाँ आए और अपनी राय दी,हम आपसे आशा करते है की आप आगे भी अपनी राय से हमे अवगत कराते रहेंगे!Sawai Singh Rajpurohithttps://www.blogger.com/profile/12180922653822991202noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3834662736014478281.post-13004004882209211552011-08-29T13:43:22.294+05:302011-08-29T13:43:22.294+05:30लाजवाब प्रस्तुति..लाजवाब प्रस्तुति..diheshhttps://www.blogger.com/profile/11703835079755727841noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3834662736014478281.post-19642664846592883032011-08-27T21:18:07.188+05:302011-08-27T21:18:07.188+05:30ऐसा ही क्रोध हम सबमें है अब....और अगर इसमें उबाल आ...ऐसा ही क्रोध हम सबमें है अब....और अगर इसमें उबाल आ गया तो क़यामत आ जायेगी....!!smshindi By Sonuhttps://www.blogger.com/profile/02157490730225902218noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3834662736014478281.post-8579153017983669192011-08-27T21:17:33.737+05:302011-08-27T21:17:33.737+05:30एक बार एक आम आदमी जोर जोर से चिल्लारहा था, "प...एक बार एक आम आदमी जोर जोर से चिल्लारहा था, "प्रधानमंत्री निकम्मा है ."<br /><br />पुलिस के एक सिपाही ने सुना और उस की गर्दन पकड़ के दो रसीद किये और बोला, "चल थाने, प्रधानमंत्री की बेइज्ज़ती करता है?"<br /><br />वो बोला, "साहब मै तो कह रहा था फ़्रांस का प्रधानमंत्री निकम्मा है."<br /><br />ये सुन कर सिपाही ने दो और लगाए और बोला, "साले,बेवक़ूफ़ बनता है! क्या हमे नहीं पता कहाँका प्रधानमंत्री निकम्मा है?"<br /><br /><br />*** है ध्येय हमारा दूर सही पर साहस भी तो क्या कम है<br />हम राह अनेको साथी है कदमो मे अंगद का दम है<br />असुरो की लन्का राख करे वह आग लगाने आते है ॥<br />पग पग पर काटे बिछे हुये व्यवहार कुशलता हम मे है<br />विश्वास विजय का अटल लिये निष्ठा कर्मठता हम मे है<br />विजयी पुरखों की परम्परा अनमोल हमारी थाती है ॥. <br />************एक भारतीय ********************smshindi By Sonuhttps://www.blogger.com/profile/02157490730225902218noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3834662736014478281.post-6281350171104219832011-08-27T21:16:53.834+05:302011-08-27T21:16:53.834+05:30सुन्दर प्रस्तुतिसुन्दर प्रस्तुतिsmshindi By Sonuhttps://www.blogger.com/profile/02157490730225902218noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3834662736014478281.post-16256265846881681662011-08-26T15:35:15.563+05:302011-08-26T15:35:15.563+05:30आपने बिलकुल सही और सटीक लिखा है ...आपने बिलकुल सही और सटीक लिखा है ...रेखाhttps://www.blogger.com/profile/14478066438617658073noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3834662736014478281.post-50092640747872994752011-08-26T12:51:49.175+05:302011-08-26T12:51:49.175+05:30बिलकुल सही कहा है और सार्थक रूप से प्रस्तुत किया ...बिलकुल सही कहा है और सार्थक रूप से प्रस्तुत किया है आपने सवाई सिंह जी.आभार .<br /><br /><a href="http://shalinikaushik2.blogspot.com" rel="nofollow"><br />फ़ोर्ब्स की सूची :कृपया सही करें आकलन</a>Shalini kaushikhttps://www.blogger.com/profile/10658173994055597441noreply@blogger.com